haryana scheme: हरियाणा सरकार ने सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर को और ऊपर उठाने के लिए खेल नर्सरी शुरू करने का महत्वपूर्ण कदम उठाया है। नीति आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक, हरियाणा शिक्षा के मामले में देश में तीसरे स्थान पर पहुंच गया है और अब इसे पहले स्थान पर लाने की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं. इस पहल का उद्देश्य छात्रों को शिक्षा के साथ-साथ खेल में भी बेहतर अवसर प्रदान करना है, ताकि खेलों के प्रति उनकी रुचि और प्रोत्साहन बढ़े।
खेल नर्सरियों की स्थापना से उभरते खिलाड़ियों को सही मार्गदर्शन मिलेगा
हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने घोषणा की है कि स्कूली स्तर से ही खेलों के प्रति रुचि बढ़ाने के लिए सरकारी स्कूलों में खेल नर्सरी खोली जाएंगी। इसका उद्देश्य छात्रों की खेल प्रतिभा को सही दिशा में विकसित करना और उन्हें राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अवसर प्रदान करना है। खेल नर्सरियों के माध्यम से विद्यार्थियों को विभिन्न खेलों का प्रशिक्षण देकर प्रतियोगिताओं के लिए तैयार किया जायेगा।
शिक्षा के स्तर में हरियाणा का महत्व और सुधार की ओर कदम
नीति आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक शिक्षा के क्षेत्र में हरियाणा देश में तीसरे स्थान पर पहुंच गया है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरकारी स्कूलों में शिक्षकों का शिक्षा स्तर निजी स्कूलों से ऊंचा माना जाता है. हरियाणा सरकार अभिभावकों को सरकारी स्कूलों की ओर आकर्षित करने और उनमें अधिक विश्वास पैदा करने के लिए विभिन्न योजनाएं लागू कर रही है। इसके अलावा, शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए शिक्षण संस्थानों को आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया जा रहा है, जिससे छात्रों को बेहतर शैक्षणिक माहौल मिल सके।
उद्योगों की मांग के अनुरूप तकनीकी शिक्षा में विस्तार
हरियाणा सरकार ने नई शिक्षा नीति को 2025 तक पूरी तरह से लागू करने का फैसला किया है। इसका उद्देश्य उद्योगों की मांग के अनुसार छात्रों को तकनीकी शिक्षा प्रदान करना है। इसके तहत यह सुनिश्चित करने के लिए औद्योगिक संस्थानों के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं कि छात्रों को उनकी पढ़ाई के दौरान व्यावहारिक अनुभव मिले और वे उद्योगों की मांगों को पूरा करने के लिए तैयार हों। इस पहल से राज्य के युवाओं को बेहतर रोजगार के अवसर मिलने और उन्हें राज्य में ही रोजगार पाने में मदद मिलने की संभावना है।
स्कूलों में हर्बल पार्क और पर्यावरण संबंधी ज्ञान
सरकारी स्कूलों में खेल और तकनीकी शिक्षा के साथ-साथ पर्यावरण शिक्षा पर भी जोर दिया जा रहा है। इसी क्रम में, तेजस इंटरनेशनल स्कूल, जींद के छात्रों ने हाल ही में हर्बल पार्क का दौरा किया, जहां उन्हें आयुर्वेदिक पेड़-पौधों और उनके औषधीय गुणों से अवगत कराया गया। इस तरह के शैक्षणिक भ्रमण से बच्चों में प्रकृति के प्रति प्रेम और पर्यावरण के महत्व को विकसित करने का अवसर मिलता है। ऐसे प्रयासों का उद्देश्य बच्चों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाना और उन्हें स्वास्थ्य शिक्षा प्रदान करना भी है।
हरियाणा सरकार की नई शिक्षा नीति: भविष्य की ओर एक सकारात्मक कदम
हरियाणा सरकार की नई शिक्षा नीति, खेल नर्सरियों की स्थापना, तकनीकी शिक्षा में सुधार और पर्यावरण शिक्षा का यह संगम विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास की दिशा में एक प्रभावी कदम है। शिक्षा मंत्री की इस पहल से न सिर्फ राज्य में शिक्षा का स्तर बढ़ेगा, बल्कि बच्चों को बेहतर खेल और तकनीकी अवसर भी मिलेंगे. सरकार यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही है कि सरकारी स्कूलों में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और खेल के माध्यम से उज्ज्वल भविष्य मिले।
इस तरह की पहल से न केवल हरियाणा में सरकारी स्कूलों की छवि सुधरेगी बल्कि अभिभावकों का सरकारी स्कूलों के प्रति विश्वास भी बढ़ेगा। हरियाणा सरकार का यह कदम राज्य के युवाओं को आत्मनिर्भर, सशक्त और प्रतिस्पर्धी बनाने की प्रेरणादायक पहल है।